5 अगस्त को शेयर बाजार में एक बड़ी गिरावट देखने को मिली है ! सेंसेक्स ने 3% और निफ्टी ने 2% की भारी गिरावट के साथ दिन की शुरुआत की है। इस गिरावट से निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है ! आइए जानते हैं कि इस गिरावट के पीछे क्या कारण हो सकते हैं !
आज 2400 अंकों के नुकसान के साथ 78,588 पर सेंसेक्स खुला था और निफ्टी 415 अंक गिरकर 24,302 पर खुला और बैंक निफ्टी में 764 अंकों का नुकसान, 50,586 पर खुला था ! इस दौरान निवेशकों के! करीब ₹18 लाख करोड़ एक झटके में डूब गए। यहां तक कि करेंसी मार्केट में भी रुपया अपने रिकॉर्ड निचले स्तर 83.78/$ पर खुला और 83.80/$ पर गया। इस गिरावट के पीछे कुछ मुख्य कारण हैं !
शेयर बाजार में गिरावट के संभावित कारण:
- अर्थव्यवस्था की चिंताएं: वैश्विक या घरेलू स्तर पर अर्थव्यवस्था से जुड़ी कोई नकारात्मक खबर या आंकड़े शेयर बाजार को प्रभावित कर सकते हैं ! जैसे कि, मुद्रास्फीति में वृद्धि, ब्याज दरों में बढ़ोतरी, या किसी देश के आर्थिक विकास दर में मंदी आने की आशंका !
- राजनीतिक अस्थिरता: किसी देश में राजनीतिक अस्थिरता या सरकार के नीतिगत फैसलों में बदलाव से भी शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं !
- कंपनियों के खराब प्रदर्शन: किसी बड़ी कंपनी के खराब वित्तीय परिणाम या भविष्य के बारे में ! निवेशकों की चिंताएं भी बाजार में गिरावट का कारण बन सकती हैं !
- ! वैश्विक घटनाएं: वैश्विक स्तर पर होने वाली कोई बड़ी घटना, जैसे कि युद्ध, प्राकृतिक आपदा, या कोई वैश्विक आर्थिक संकट, शेयर बाजार को प्रभावित कर सकता है !
- निवेशकों की भावनाएं: निवेशकों की भावनाएं भी शेयर बाजार को प्रभावित करती हैं! अगर अधिकांश निवेशक बाजार से पैसे निकालने लगें तो शेयर की कीमतें गिर सकती हैं!
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि शेयर बाजार एक जटिल तंत्र है ! और इसमें कई कारक एक साथ काम करते हैं। किसी एक विशेष दिन में बाजार में गिरावट के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं !!
अमेरिका में अर्थव्यवस्था कमज़ोर हो रही है।
इसकी वजह से वहां मंदी आने का डर बढ़ गया है! जब मंदी आने का डर बढ़ता है, तो शेयर बाजार में गिरावट आती है। अमेरिका में बेरोजगारी भी बढ़ रही है ! यानी बहुत से लोग अपनी नौकरी खो रहे हैं। नई नौकरियों की संख्या भी कम हो रही है ! ये सब संकेत देते हैं कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था मुश्किल दौर से गुजर रही है!
2: थोड़ा अधिक विस्तृत
अमेरिका में हाल के आर्थिक आंकड़े काफी निराशाजनक रहे हैं ! बेरोजगारी दर बढ़कर 4.3% हो गई है, जो पिछले तीन साल में सबसे अधिक है ! साथ ही, नई नौकरियों की संख्या में भी उम्मीद के मुताबिक वृद्धि नहीं हुई है। इन कमज़ोर आंकड़ों के कारण निवेशकों में मंदी आने की चिंता बढ़ गई है ! इस डर के चलते शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई है !
3. Warren Buffet ने शेयर बाजार Apple में अपनी 50% हिस्सेदारी बेची
दुनिया के सबसे दिग्गज निवेशक के तौर पर मशहूर वॉरेन बफेट की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने ! Apple Inc में अपनी हिस्सेदारी घटाई है ! अमेरिकी अरबपति और निवेशक वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे Inc ने आईफोन बनाने वाली एपल में अपनी करीब 50% हिस्सेदारी बेच दी है। इस बिकवाली के बाद वॉरेन बफे का कैश स्टॉक बढ़कर रिकॉर्ड 276.9 बिलियन डॉलर (करीब 23.20 लाख करोड़ रुपए) हो गया है ! ये भी बाजार के लिए बड़ा ट्रिगर माना जा रहा है।
4. Amazon, Intel के नतीजों ने निराश किया
अमेज़ॅन, इंटेल के निराशाजनक पूर्वानुमानों के कारण नैस्डैक वायदा 1.5% से अधिक गिर गया ! सिर्फ यही नहीं, माइक्रोसॉफ्ट, टेस्ला और अल्फाबेट जैसी अन्य बड़ी कम्पनियों में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। मेटा में गुरुवार को सकारात्मक नतीजों के बाद उछाल के बाद 0.8 प्रतिशत की गिरावट देखी गई !
FAQS
प्रश्न 1: 5 अगस्त को शेयर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट क्यों आई?
उत्तर: 5 अगस्त को शेयर बाजार में हुई भारी गिरावट के कई कारण हैं ! इनमें अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी का डर, बड़े निवेशकों द्वारा शेयरों की बिकवाली, प्रमुख कंपनियों के निराशाजनक परिणाम और वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता शामिल हैं।
प्रश्न 2: अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी का डर क्यों बढ़ रहा है?
उत्तर: अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी का डर इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि बेरोजगारी दर बढ़ रही है ! नई नौकरियों की संख्या कम हो रही है और आर्थिक वृद्धि की दर धीमी हो रही है ! ये सभी संकेत अर्थव्यवस्था में कमजोरी की ओर इशारा करते हैं।
प्रश्न 3: वॉरेन बफेट का Apple में हिस्सेदारी बेचना क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: वॉरेन बफेट दुनिया के सबसे सफल निवेशकों में से एक हैं ! जब वे किसी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचते हैं, तो इससे बाजार में एक बड़ा संदेश जाता है ! बफेट का Apple में हिस्सेदारी बेचना यह संकेत देता है कि उन्हें कंपनी के भविष्य के बारे में चिंता हो सकती है !
प्रश्न 4: Amazon और Intel के निराशाजनक परिणामों का क्या असर हुआ?
उत्तर: Amazon और Intel जैसी बड़ी कंपनियों के निराशाजनक परिणामों से निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। इससे इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई और पूरे बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
प्रश्न 5: क्या यह गिरावट अस्थायी है या लंबे समय तक रहेगी?
उत्तर: यह बताना मुश्किल है कि यह गिरावट अस्थायी है या लंबे समय तक रहेगी ! शेयर बाजार एक जटिल तंत्र है और इसमें कई कारक एक साथ काम करते हैं! हालांकि, वर्तमान स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि बाजार में अस्थिरता अभी भी बनी रह सकती है !
प्रश्न 6: निवेशकों को इस स्थिति में क्या करना चाहिए?
उत्तर: इस स्थिति में निवेशकों को शांत रहना चाहिए और जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेना चाहिए! उन्हें अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करनी चाहिए और अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेनी चाहिए ! लंबे समय के निवेशकों को इस गिरावट को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए ! और अच्छे शेयरों को कम कीमत पर खरीदने की कोशिश करनी चाहिए!
नोट: यह जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है ! और इसे किसी भी निवेश सलाह के रूप में नहीं लेना चाहिए। निवेश करने से पहले हमेशा अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें!
अन्य संभावित प्रश्न:
- क्या भारत का शेयर बाजार भी इस गिरावट से प्रभावित होगा?
- क्या सरकार इस स्थिति को सुधारने के लिए कोई कदम उठा सकती है?
- क्या क्रिप्टोकरेंसी बाजार भी इस गिरावट से प्रभावित होगा?
इन प्रश्नों के उत्तर देने के लिए अधिक जानकारी की आवश्यकता होगी।
क्या आप इनमें से किसी प्रश्न के बारे में अधिक जानना चाहते हैं?